एक नया जीवन दुनिया में लाने का खूबसूरत अनुभव होता है, लेकिन यह हमेशा खुशियों से ही भरा नहीं होता। कई नई माताओं को प्रसव के बाद भावनात्मक उथल-पुथल का सामना करना पड़ता है, जिसे प्रसवोत्तर अवसाद (postpartum depression) के नाम से जाना जाता है।

यह अवसाद का एक रूप है, जो प्रसव के कुछ हफ्तों या महीनों के भीतर होता है और हफ्तों या महीनों तक रह सकता है। 

बेबी ब्लूज़ प्रसव के बाद होने वाली उदासी और चिड़चिड़ापन की एक सामान्य सी स्थिति है, जो कुछ ही दिनों में ठीक हो जाती है। वहीं, प्रसवोत्तर अवसाद अधिक गंभीर और लंबे समय तक चलने वाला होता है।  

यह माता के दैनिक जीवन और उसके बच्चे की देखभाल को भी प्रभावित कर सकता है। 

– लगातार उदासी या निराशा का भाव – बिना किसी कारण के अत्यधिक रोना – अपने बच्चे से जुड़ाव महसूस न करना – भूख कम लगना या ज्यादा लगना – नींद में परेशानी होना या बहुत ज्यादा सोना

लक्षण

– निर्णय लेने में कठिनाई होना – बेचैनी या चिड़चिड़ापन महसूस करना – ऊर्जा की कमी और थकान – खुद को नुकसान पहुंचाने या बच्चे को नुकसान पहुंचाने के बारे में विचार आना – जीवन में रुचि खो देना

लक्षण

हार्मोनल परिवर्तन  शारीरिक थकावट  भावनात्मक उथल-पुथल  सामाजिक समर्थन की कमीअतीत में अवसाद का होना  

कारण

पुरुष साथी के रूप में इस स्थिति को समझने और अपनी साथी माता का सहयोग करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। 

शिक्षित रहें  खुलकर बातचीत करें  सक्रिय रूप से सहयोग दें  समस्याओं को कम करें  सकारात्मक बने रहें